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पोस्ट ऑफिस ने चलाई योजना, किसानों को मिलेगा लाभ

पोस्ट ऑफिस ने चलाई योजना, किसानों को मिलेगा लाभ

शहरों के मुकाबले, गांव की अर्थव्यवस्था एक दूसरे से काफी अलग होती है. गांव के लोग खेती, किसानी और पाशुपालन जैसे काम करके अपनी आजीविका चलाते हैं. ऐसे सरकार उनकी आबादी की आय और कई तरह की सुविधाएं देने की लिए योजनाएं बना रही है. जिनके चलते ग्रामीण किसान अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें. इसी के तर्ज पर काफी लोग कई जगह निवेश करते हैं. लेकिन बात पोस्ट ऑफिस की करें, तो इसकी कुछ योजनाएं पैसों को बढ़ाने में मदद कर रही हैं. पोस्ट ऑफिस ग्राम सुरक्षा योजना भी इसी योजना का हिस्सा है. जो खास तौर पर ग्रामीण आबादी के लिए ही चलाई जा रही है. इस योजना के तहत लाभार्थियों को सिर्फ 50 रुपये रोज के हिसाब से निवेश करना होगा. हालांकि यह पैसा हर दिन नहीं देना होगा. बल्कि हर महीने एक मुश्त 15 सौ रुपये जमा करने होंगे. जिसके बदले एन निश्चित समय के बाद 35 लाख रुपये का रिटर्न मिल सकता है.

कैसे मिलता है योजना का लाभ?

19 साल की उम्र से लेकर 35 साल की उम्र तक कोई भी पोस्ट ऑफिस ग्राम सुरक्षा योजना में आवेदन कर सकता है. इस स्कीम के तहत 10 हजार से लेकर 10 लाख रुपये का निवेश करने की सहूलियत दी जाती है. अगर आप चाहें तो इसे महीने से लेकर तिमाही, छमाई या फिर हर साल भी निवेश कर सकते हैं. ये भी देखें:
जनधन योजना की खाताधारक महिलाओं को तीन माह तक 500 रुपए की मदद इसके अलावा हर रोज 50 रुपये या फिर महीने में 15 सौ रुपये का आंशिक निवेश करना होता है. उसके बाद आपको 31 से 35 लाख तक का रिटर्न मिल सकता है. इंवेस्ट करने वाले लाभार्थी की मौत अगर 80 साल की उम्र में होती है, तो बोनस के साथ पूरा पैसा उसके लाभार्थी को मिल सकता है.

चार साल तक निवेश पर लोन की सुविधा

पोस्ट ऑफिस ग्राम सुरक्षा योजना के तहत निवेश करने वाले लाभार्थी को चार साल तक निवेश करने पर लोन की सुविधा भी दी जाती है. अगर लाभार्थी लगातार पांच साल तक इंवेस्ट करता है, तो उसे बोनस मिलना शुरू हो जाता है. वहीं अगर लाभार्थी बीच में ही इसे छोड़ना चाहे तो तारीख के तीन साल बाद इस सुविधा का फायदा उठाना चाहिए.

पैसे मिलने की पॉलिसी

जो भी लाभार्थी पोस्ट ऑफिस ग्राम सुरक्षा योजना के तहत निवेश करेंगे उन्हें उनकी 80 साल की उम्र पूरी करते ही पॉलिसी की पूरी रकम सौंप दी जाएगी. नियमों के मुताबिक 55 साल के निवेश पर 31 लाख 60 हजार रुपये, ५८ साल में 33 लाख 40 हजार और ६०साल पर 34 लाख 60 हजार रुपयों का लाभ दिया जाएगा. अगर आप भी इस योजना का लाभ पाना चाहते हैं तो www.indiapost.gov.in यहां पर संपर्क कर सकते हैं.
किसान भाई पोस्ट ऑफिस के जरिए अपने खेत की मृदा जाँच की रिपोर्ट घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं

किसान भाई पोस्ट ऑफिस के जरिए अपने खेत की मृदा जाँच की रिपोर्ट घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं

महाराष्ट्र सरकार किसानों की मृदा जांच केंद्र की दिक्कत-परेशानियों को दूर करने के लिए पोस्ट ऑफिस के जरिए टेस्टिंग सुविधा को चालू करने जा रही है। इसकी मदद से किसान घर बैठे मृदा जांच की रिपोर्ट अपने मोबाइल फोन पर हांसिल कर पाऐंगे। इसके लिए सरकार अपनी तहसीलों को नवीन तकनीकों के साथ अपग्रेड करेगी। किसानों की सहायता के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर उनकी मदद करती रहती हैं। इसी कड़ी में महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के कृषकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। दरअसल, सरकार का यह कदम किसान की मृदा से जुड़ा हुआ है। बतादें, कि महाराष्ट्र सरकार राज्य में स्थानीय स्तर पर मृदा परीक्षण (soil testing) सेंटरों में इजाफा करेंगी। जिससे किसान कम वक्त में अपनी मृदा की जांच करवा सकें। इसके लिए सरकार पोस्ट ऑफिस के मार्फत टेस्टिंग सुविधा को ला रही है। किसान भाई अपने किसी नजदीकी लोकल पोस्ट ऑफिस (Post office) की सहायता से खेत की मृदा के सैंपल को परीक्षण केंद्र भेज सकते हैं। इसके पश्चात रिपोर्ट घर बैठे प्राप्त हो जाएगी। अगर आपके घर से मृदा जांच केंद्र दूर है, तो अब आप पोस्ट ऑफिस की सहायता से खेत की मृदा की जांच के लिए उसके नमूने को बिना खर्च के टेस्टिंग सेंटर आसानी से भेज सकते हैं। फिर किसान अपने मोबाइल फोन पर मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं।

मृदा जांच की रिपोर्ट किसानों को घर बैठे प्रदान की जाएगी

राज्य के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने हाल ही में फीनिक्स फाउंडेशन कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर में कहा था, कि मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार प्रयास में राज्य सरकार ने पोस्ट ऑफिस (Post office) के माध्यम से टेस्टिंग कराने का निर्णय लिया है। आगे उन्होंने बताया है, कि अब से किसान स्थानीय डाकघरों के जरिए से मिट्टी के नमूने अपनी संबंधित तहसील के परीक्षण केंद्रों में भेज सकते हैं। फिर वह सात दिनों के अंदर घर बैठे अपने मोबाइल फोन पर इसकी रिपोर्ट अर्जित कर सकते हैं। इस रिपोर्ट में मृदा की हर एक जानकारी उपलब्ध होगी। जैसे कि मृदा के अंदर क्या कमी है और इसमें किस प्रकार की खादों का उपयोग करना है। साथ ही, किसान को इस मिट्टी में किन फसलों को लगाने से मुनाफा हांसिल होगा।

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खेत की मृदा परिक्षण का कार्य तहसील स्तर पर किया जाएगा

खेत की मृदा के परीक्षण का हर एक कार्य तहसील स्तर पर किया जाएगा। राज्य की जिन भी तहसीलों में मृदा जांच केंद्र निर्मित किए गए हैं। उन केंद्रों को पहले से भी ज्यादा नई तकनीकों के साथ अपग्रेड करने का कार्य आरंभ होगा, जिससे कि किसान बिना किसी दिक्कत परेशानी के कम वक्त में अपने घर पर मृदा की जांच की रिपोर्ट हांसिल कर सकें।